नौकर और मालकिन की प्रेम कहानी: यह कहानी है पश्चिम बंगाल राज्य की नदिया जिला की कहानी, बड़े बिजनेसमैन और उनकी बीवी एक नया घर लेकर राणाघाट शहर में रहता था एकदम आलीशान बंगला और सबसे दूर गांव में। शहर में उनके पापा रहता था कोलकाता शहर मेंवह बिजनेस के लिए राणाघाट शहर में रहता था।
और वह बिजनेस के लिए कभी-कभीइस शहर से उसे शहर या इस देश सेबाहर भी जाता था जैसे कि बांग्लादेश, श्रीलंका दुबई सब शहर में बिजनेस के लिए जाना आना रहताथा। तो मालिक ने घर के टेबल करने के लिए एक नौकर रामू को कम पर रखा था, जो बहुतइनोसेंट और शर्मीला स्वभाव कथा परजब वह काम पर आया एक महीने तक तो सब कुछ ठीक-ठाक था उसके बाद एक ऐसा टाइम आया बारिश का महीने उसे टाइम मलिक ने चला गया बिजनेस के लिएश्रीलंका और 30 दिन तक रामू को उसकी मालकिन जैस्मिन को देखभाल करने के लिए समझाया था और घर में जो भी काम बर्तन मांजनाखाना पकाना और बाजार जाना सब उनके ऊपर शॉप दिए थे।
पर रामू के मन मेंजैस्मिन के लिए एक अलग सा हवास जग गया था, रामू धीरे-धीरे मालकिन को पसंद आने लगा और रामू को भी मालकिन बहुत पसंद आने लगाकुछ दिन बाद ऐसा हुआ मालकिन जब रात को थक जाता था तो रामू ने उसकामालिश करते-करते गहरी नींद मेंसुला देता था। एक दिन रात को रामू को जैस्मिन ने उसकी शादी का पूरा कहानी सुनाया कैसे उनकी शादीएक बुजुर्ग से कर दिया गया था।
मालकिन (जैस्मिन) बोला उसकी पढ़ाई कंप्लीट भी नहीं हुई थी पर एक दिन उनके घर में एक बुजुर्ग जाकर उनके पापा को बोला मैं आपकी बेटी से शादी करना चाहता हूं घर में मेरा सब कुछ है पैसा हैगाड़ी हैबिजनेस है, सिर्फ मुझे एक गरीब घर की लड़की चाहिए जो मेरे घर बार को संभाले और मुझे काम में थोड़ा हेल्प करें। जैस्मिन के पापा ने देखालड़का एजुकेटेड है अच्छे फैमिली का है चाय भी वह कितना भी बुरा क्यों ना हो पैसे तो उनके पास भरपूर है और मेरा तो तीन बेटी है एक बेटी का शादी कर ही देता हूं ऐसे ही हम लोगअपने बेटी का शादी करने के लिए भी तो कुछ खर्च करना पड़ेगा मेरे पास तो खर्च करने के लिए कुछ भी नहीं है तो उसी टाइम बुजुर्ग से शादी का बात पक्की कर दी जैस्मिन के पिता नेयह सब चीज जैस्मिन ने रामू को सुने और रामू भी हैरान हो गई कि कैसे ऐसी हॉट आइटम कोवह बड़ा पसंद आईअसली राज छुपा हुआ था तब रामू के मन में दूध का लड्डू फूट रहा था।
इसीलिए जैस्मिन रामू कोपसंद आ गया था रामू का उम्र था 18 साल और जैस्मिन का उम्र था 23 साल दोनों धीरे-धीरे एक दूसरे का दोस्त बन गए और, रामू हर काम में मालकिन का हेल्प करता था एक दिन बहुत बारिश हो रही थीरात को चारी और सन्नाटा छावा हुआ था, मालकिन को तेज बुखार आ गया था तो रामू ने सोचा इतनी रात को कैसे हम उनको डॉक्टर खान लेकर जाए या तो डॉक्टर खान दूर-दूर तक नहीं है और बारिश भी बहुत हो रही है तो आज रात को मैं मालकिन के पास ही सो जाता हूं।
रात 12:00 बजे मालकिन और रामू एक साथ एक ही बिस्तर में सोया हुआ था अचानक रामू को बहुत ठंड लग रही थी और रामू ने अपने हाथ मालकिनके तरबूजाके ऊपर ऊपर रख दिया और मालकिन यह सब चीज महसूस कर रहा था धीरे-धीरेरामू नेउनके तरबूजाको दबाना शुरू कर दिया, एक टाइम ऐसा आया जब रामू ने धीरे-धीरे अपना हाथ हटा रहा था पर मालकिन ने तब बोला मत हटाओ मुझे अच्छा लग रहा है, धीरे-धीरे रामू की गर्मी और भी बढ़ने लगी दोनों क्लोज हो गया रमुनि धीरे-धीरे अपनी मालकिनकी साड़ी को उतार दिया और खुद भी बिना कपड़े का बिस्तर मेंचले आयाऔर दोनों एक दूसरेको बैठे-बैठे देखने लगा और रामूने मालकिन की तरबूजापे मुंह लगा के चूसने लगा मालकिन भी भारी आनंद उठाने लगा तब। धीरे-धीरे रामूने मालकिन की मुंह में अपना मुंह लगाकर चूसने लगा मालकिन भी बड़ी उतावला होने लगा और रामू को लेकरबोल जोर से आज रात कुछ भी हो जाए मुझे तुमको पलना ही होगामेरा पूरा रस निकाल दो रामू।
उसे रात को दोनों मिलकर 1 घंटे तक एक दूसरे के शरीर से खेलने लगा और मजा करने लगा एक टाइम ऐसा हुआ जब राम थक गया था पर मलिक ने बोला रामू अभी टाइम नहीं है थमने का तुम मुझे वही प्यार दे सकते हो जो इस बुड्ढे से कभी नहीं मिला है मुझे मत छोड़ो और भी जोर से करते जाओचाहे कुछ भी हो जाए मैं कितना भी चिल्लाओ तुम्हें रोकना नहीं है, मेरी कसम है तुम्हें मुझे आज पूरा रस निचोड़ दो।
रामू बोलामालकिन और मैं नहीं कर सकता हूं मेरे शरीर में और थोड़ा भी ताकत नहीं बचा सबतुमने ले लिए, अभी मालकिन तुम्हें ही कुछ करना पड़ेगा जो भी हो मैं और कुछ नहीं कर पाऊंगा, उसे टाइम मालकिन ने बोला तुम थोड़ा लेट जाओ देखो मैं क्या करता हूंइतने दिन से भूखा हो जो आज तो प्यास मिटा के ही छोडूंगा।
उसके बाद मालकिन ने रामू को बिस्तर में सलकर उनका 7 इंच वाला हथियार अपने मुंह में लेकर जोर से चूसने लगा और फिर से रामू कोउसका साथ वापस मिल गया जो बिना जापानी तेल का भी खड़ा हो गया था उसका सांप को हाथ में पकड़कर अपनी गुफा में घुस के उनके ऊपर बैठकर जोरसे उठक बैठक करने लगा, 10 मिनट तक ऐसा होने के बादमालकिन ने बोला अब मुझे डॉगी की तरह पीछे से कुटाई करो, रमु तुरंत उठकर उनको कुत्ते जैसा पीछे से पकड़ करजोर-जोर से कुटाई करने लगा, और मालकिन की मुंह से ऐसी चीज रामू ने कभीजिंदगी में भी सुना ही नहीं वह माधुरी सुरीला आवाज रामू का मन रूहानी लगा, धीरे-धीरे रामू नेअपनी मालकिन कोशांत कर दी और उनकी गुफा पूरी तरह लूट ली उसके बाद ऐसा टाइम आया जब रामू हर रोज रात को, अपने मालकिन के साथ सोता था और दोनों मिलकर अपने एक दूसरे का प्यास बुझाने लगा।
जब मलिक ने घर पर आयाঃ उसके ठीक 1 महीने बाद बहुत अच्छी खासी जीवन बिता रहे थे रामू और मालकिन एक ही घर के अंदर, अचानक मलिक घर आ गया घर आते ही पहली बार मालकिन को देखकर लगा के वह शायद उदास है, मलिक ने बोला तुम्हारे चेहरे पर क्या हुआ ऐसा सुखा सुखा लग रहा है क्या खाते पीते नहीं होजैस्मिन ने बोला अरे ऐसा कुछ नहीं है रामू मेरा बहुत अच्छा ध्यान रखना है हर रोज खाना बनाना बर्तन बजाना बाजार में जाना सब काम वही करते मुझे कुछ करने की जरूरत ही नहीं है तो मालिक ने बोला अब मैं आ गया हूं रामू को थोड़ा छुट्टी दिया जाए। वही बात सुनकर रामू के चेहरे में उदासी छा गई और मालकिन ने बोला नहीं नहीं रामू को कम करने दो तुम भी उसकी मदद करो अगर करना है तो और बाजार जाना जैसे कि रामू जाता था पहले अब तुम जाओगे, खाना बनाने में भी थोड़ा हेल्प कर दीजिएगा तो सही होगा अभी तो मैं खाना बनाना थोड़ा-थोड़ा करके सीख रहा हूं रामू सेमलिक ने बोला क्या जैस्मिन बहुत तारीफ कर रहे हो तुमरामू कादोनों में शायद बहुत मिल चल बन गया, जैस्मिन बोला रामू है ही ऐसी लड़का की उसके साथसमय गुजारना भी अच्छा लगता है और वह एकदम ऑनेस्ट थे उनके जैसा कोई नौकर नहीं है किसी में घर में आसपास में जाकर देखो सब बोलते हैं इस पेज में हम इतना ही काम कर सकते हैं एक बार रामू को देखो जब भी कुछ बोलो तब रामू कुछ बिना सोचे वह काम कर देता है तो यह हुआ नामलिक ने बोला ठीक है ठीक है चलो जो भी है अभी मेरे लिए खाना बनाने की कोशिश करो, रामू किचन में जो मेरे लिए कुछ बना कर लेकर आओ।
रामू ने तुरंत किचेन में जाती है खाना गाना नहीं कहा कोशिश कर ही रहा था इस टाइम रामू ने देखा बेडरूम से कुछ अलग सी आवाज़ आ रहे हैं जोर-जोर से तो रामू ने गैस को ऑफ करकेजब मलिक की बेडरूम के अंदरझांक के देखा तो देखा, मलिक ने तो अपना सांप को 9 इंच बड़ा बनकर आया है और जिसके कारण मालकिन को बहुत तकलीफ हो रही है, इसीलिए मालकिन बहुत जोर-जोर से रो रहा है।
रामू एचीज देखकर थोड़ा इमोशनल हो गया और चुपचाप चला गयाकिचन में और खाना बनाने लगा थोड़ी देर बाद खाना बनाने के बाद रामू नेकिचन से खानाड्राइंग रूम पर लेकर आया और मालिक को बुलवाया मलिक खाना रेडी है आप आकर खा लो जरा मालकिन आप भी लिए गरमा गरम सस्ता खाना है आप खा लीजिए। पर कौन किसका बात समझ 30 दिन का बाद जो मालिक आया है, अभी वह थोड़ा बिजी है खाना बाद में खाएगा ऐसा आवाज आया बेडरूम के अंदर से रामू ने यह सुनकर चुपचाप चले गया टेनिस गार्डन में और झूला के अंदर बैठ गया, और बैठे-बैठे वहां पर रामू चुपचाप रोने लगा क्योंकि रामू मन ही मन में मालकिन कोअपना दिल और अपना सांप दोनों ही दे बैठी थी।
मालिक और मालकिन कालड़ाई खत्म होने के बाद मालकिन ने अपनी खिड़की से झांक कर देख के रामू बैठा हैगार्डन मेंऔर चेहरे पर उदासी छाया हुआ है। मालकिन के मन में एक आइडिया आयातुरंत उन्होंने मलिक कोखानासाफ करके बोला तुम बाजार जाओ और मेरे लिए कुछ ज्वेलरी खरीद के लो मुझे कुछ गिफ्ट दो वैसे ही तुम बाहर से तो मेरे लिए कुछ नहीं लेए तो शहर जाओ मेरे लिए कुछ ज्वेलरी खरीद के लो खाना खाने के बाद मलिक ने अपना कार्य लेकर तुरंत चले गए शहर में उनके लिए पसंदीदा ज्वेलरी लाने के लिए और उसी टाइम मालकिन ने रामू को पास गया और रामू कोपकड़ कर रोने लगा।
मालकिन ने बोला देखो रामू यह मेरी मजबूरी है, मेरा खडूस बाप अगर इस बुड्ढे से शादी ना करता शायद आज मेरा जिंदगी ऐसा ना होता पर छोड़ो जिंदगी में तुम जैसा दोस्त मिल गया है तो हम अभी एक दूसरे को छोड़ेंगे नहीं तुम जिंदगी भर मेरे साथ रहना ऐसे हीकुछ दिन रुक जाओ यह बुड्ढा तो ऐसे ही मर जाएगा और तुम तो इस घर का मालिक बन जाओगे पैसे तो बहुत ही उनके पास सब तो मेरा ही रहेगा ना और वैसे वह तो अभी बाहर गया है 2 घंटे के लिए, तुम यहां अकेला बैठकर क्या करोगे मेरे साथ आओ घर के अंदर तुम्हें कुछ काम है चलो आज तुम्हारा भी गर्मी निकाल देंगे। क्योंकि रात को क्या होगा कि नहीं कौन जाने तो अभी टाइम है चलो अभी से 2 घंटे के अंदर कुछ कर लेते हैं क्योंकि 2 घंटे के बाद तुम्हारा मालिक आ जाएगा और वह बुड्ढा तो मुझेआधे रास्ते में ही छोड़ कर चला गया कुछ कर नहीं पाया बेकार मेरा आगको और भी तेज कर दिया, अभी इस आग को सिर्फ तुम ही बुझा सकते हो रामू तो चले आओ मेरे साथ तो रामू ने चुपचापमालकिन के साथ अंदर चले गया और दोनों मिलकर बहुत मजा करने लगा जोर-जोर से मालकिनवह मधुर आवाज बाहर निकलता रहा।
2 घंटे के बाद मलिक घर लौटा और घर में आकर देख रहे हैं बिस्तर में कुछ चिपचिपा चीज पड़ा हुआ हैऔर सारे बिस्तर इधर-उधर है और बिस्तर में लग रहा है कि कोई पानी गिरा दिया है तोमलिक ने जैस्मिन को बोला कि मेरे बिस्तर में यह सब क्या है, जैस्मिन ने बोला कुछ नहीं तुम जो करके गए थे वही हैऔरवैसे ही ऐसे ही है तुम तो देख नहीं खाने के लिए तरस रहे थे और चले गए बाजारमलिक के मन में थोड़ा शक हुआ मेरा तोऐसा था नहीं तोबिस्तर में इतना पानी और चिपचिपा चीज क्या है। करीब जाकर उसने देखा यह चीज तो मेरा नहीं है और यह चीज लग तो रहा है किसी का पानी किसी का साब से गिरा हुआ पानी हैयह पानी अभी-अभी निकला हुआ है, और उसके मन में शक हुआ रामू के ऊपर रामू का ही पानी हो सकता है मैं इतने दिन बाहर था तो इन दोनों ने मिलकर हर रोज मेरे बिस्तर में पानी निकलता था तो आज भी वैसा ही किया एक दिन इन दोनों को रंगे हाथ पकरूगा जरूर, पर मलिक नेमालकिन से बहुत ज्यादा प्यार करता था इसलिएसोच रहा था कि अगर कुछ हो गया तो जैस्मिन उनको छोड़कर चले जाएगा तो इस उम्र में कौन मिलेगाउ नको पानी निकालने के लिए।
उसके ठीक-3 दिन बादरात को जोर से बारिश हो रहा था और मालिक और मालकिन एक साथ बैठे दारू पिएहै दोनों बहुत ज्यादा नशे में थे और उसके बाद दोनों जब रात को 11:00 बजे सोने गयाऔर मालिक और मालकिनबहुत जोर से एक दूसरे को प्यार प्यार कर रहा था, पर मालकिन की मन में जो चाहिए था वह चीज सिर्फ रामू के पास था, इसलिएमनी मन में मालकिन रामू को ढूंढ रहा थाऔर कुछ ही घंटे बादमलिक पूरा देर हो गया और सोने चला गया तब मालकिन ने चुप चुप कर रानू केरूम पर आया और रामू को लेकर वही कांड करते रहा जो पिछले महीने में हर रोज एक दूसरे से करता था।
उसके ठीक डेढ़ महीने बादमालकिन प्रेग्नेंट हो गया और मालिक उसे दिन बहुत खुशी था क्योंकि वह पहली बच्ची का बाप बनने जा रहा हैऔर इसी के लिए मलिक ने रामू को बोला तुम आज पूरा गांव के लिए लड्डू मंगवाओ मैं सारे गांव मेंलड्डू बांटने जा रहा हूं जल्दी से जो और लड्डू लेकर आओ रामू ने तुरंत बाजार गया और2000 लड्डू का पैकेट लेकर आया मलिक पूरा मोहल्ले में लड्डू बात रहा था और उसी टाइम रामू और मालकिन दोनों एक दूसरे के साथ आनंद ले रहा थाऔर मलिक जब घर में आकर देखा कि रामू और उनकी बीवी, ऐसे ऐसे काम कर रहा है तो मालिक देख कर भी, और अनदेखा न कर पाया बोला आज रात से हम दोनों ही तुम्हारे साथ वही खेल खेलेंगेचलो मिल बटके खाएंगे तोज्यादा जी पाएंगेउसके बाद से तीनों एक परिवार बन गया और मालिक और रामू ने हर रोजमालकिन के साथ जैस्मिन के साथ करता रहता था उन तीनों का जिंदगी खुशहाल खुशी से भर गया और 1 साल बाद एक बच्चा पैदा हुआ जो हुआ हो रामू के जैसा देखने लगाऔर दोनों का संसार एकदम भर गया। तो यही हुआ स्टोरी खत्म अगर आपको ए स्टोरी अच्छा लगा तो कमेंट करना।